Vision

Vision

NITYOHUM is continuously working for oneness and wellness through scientifically proven deep and ancient unification techniques. Achieving state of non duality is our ultimate goal by process of purification of body, mind and soul. The feeling of joy and satisfaction along with total happiness and health is a natural phenomenon, but these feelings are not experienced by people for long. Many people suffer from stress in the competitive world. Human being is living every moment in fear of losing something. A human being can only fulfill superficial happiness with enough money or material means, but overall happiness is a state of mind, heart and soul. You need to take care of your body to be happy, your whole being is in you. The purpose of NITYOHUM is to infuse confidence in you by connecting you with your infinite powers.

Adopting the values of unconditional love, purity, honesty, gratitude, goodwill, forgiveness, and self-restraint, we are moving forward with concepts of:

SHARVADHARMA SAMBHAV

VASUDHEV KUTUMBUKUM

&

LOKA SMASTA SUKHINO BHAVANTU


Read in English

विजन

नित्योहम ट्रस्ट वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित और एकात्म के प्राचीन योग विधियों के माध्यम से मानवीय चेतना की उन्नति और आत्मबोध की अनुभूति के लिए निरंतर काम कर रहा हैं। शरीर, मन और आत्मा की शुद्धि की प्रक्रिया के जरिए अद्वैत की अवस्था को प्राप्त करना हमारा अंतिम लक्ष्य है। पूर्ण सुख और स्वास्थ्य के साथ-साथ आनंद और संतुष्टि की भावना एक प्राकृतिक घटना है, लेकिन इन भावनाओं को आम लोग लंबे समय तक अनुभव नहीं कर पाते हैं। भागदौड़ और प्रतिस्पर्धी जीवन के कारण बहुत से लोग तनाव से ग्रसित हैं। मनुष्य हर पल कुछ न कुछ खोने के डर में जी रहा है। मनुष्य पर्याप्त धन या भौतिक साधनों से केवल सांसारिक सुख की पूर्ति कर सकता है, लेकिन आंतरिक सुख का अनुभव नहीं कर सकता है। आनंद की अनुभूति के लिए आपको अपने मानसिक और भावनात्मक शरीर की देखभाल करने की जरूरत है, क्योंकि आपका पूरा अस्तित्व आप में है। नित्योहम का उद्देश्य है कि हर व्यक्ति अपनी अनंत शक्तियों से जुड़कर अपने विश्वास की ऊर्जा से जीवन को जगमग बनाए। हर जीव से बिना शर्त प्यार, मन और विचार की पवित्रता, ईमानदारी, कृतज्ञता, सद्भावना, क्षमा और आत्म-संयम के मूल्यों को अपनाते हुए नित्योहम ट्रस्ट मानवता की सेवा में लगातार आगे बढ़ रहा है। सर्वधर्म समभाव, वसुधैव कुटुम्बकम् और लोका: समस्ता: सुखिनो भवन्तु के सिद्धांत को अपना संकल्प बनाकर नित्योहम ट्रस्ट मानव कल्याण के लिए समर्पित है।